मन मे खुशी

मन एक जीवन 

मन मे खुशी 




आज के आफत भरी जिंदगी मे चेहरे की खुशी बिखेरती जा रही है , दिन भर अलग-अलग भूमिका निभाने वाली आप , पर बदले मे आपको क्या मिलता है ? तुम्हें खुश तो भगवान भी नहीं रख सकता ! बेवजह ही मुंह फूल जाता है तुम्हारा | सबको समझने की जद्दोजहद मे लगी रहने वाली स्त्री की खुशी और गम-इन दोनों जज़्बातों को शायद ही कोई समझ पाता है | हो सकता है इसका एक साथ अकसर नजर आना सामान्य न हो | शुरुआती चिड़चिड़ाहट धीरे-धीरे अवसाद का लक्षण बन जाता है | कई बार अवसाद के ये लक्षण बन जाता है | कई बार अवसाद के ये लक्षण जाने-अनजाने जिंदगी की सुख-शांति पर अपनी काली नजर लगा जाते है | ऐसे मे बेहतर है कि इन्हे खुद पर हावी होने ही न दिया जाए , अवसाद के मामलों मे यह तभी संभव है जब आप खुद को अपनी मनोदशा के इन उतार-चढ़ावों को और अपनी मनोदशा के इन उतार-चढ़ावों को समय रहते भांप पाए | तभी आप अपने बिगड़े मूड को दुरुस्त करने के लिए उचित समाधान निकाल सकेंगी | ऐसा करना मुश्किल भी नहीं | बस खुद मे बदलाव लाने की दरकार है |

सूरज की रोशनी 


हम जानते है कि सूरज की किरणे हमे विटामिन-डी देती है , तो कभी उनके त्वचा पर होने वाले नुकसानों की बात करते है | पर , क्या आपको मालूम है कि ये किरणे हमे तनाव मुक्त और खुश भी रख सकती है | सूरज की रोशनी और अंधेरा दोनों ही मूड को ठीक रखने वाले हार्मोन-न्यूरो-ट्रांसमीटर है , जो भूख , नींद , स्मृति और मनोदशा को नियंत्रित करने मे मदद करता है | ऐसे मे प्रयास करे कि व्यायाम , नाश्ता और तमाम जरूरी काम जितना भी संभव हो , सुबह सूरज की रोशनी मे ही हो |

तस्वीरों द्वारा 




अगर हम अपने पुराने पलो को याद करे जो हमे आनंदित करते है तो खराब मूड भी ठीक हो जाता है | मनोरोग विशेषज्ञ ड़ाँ. उन्नति कुमार कहते है की ऐसा करने के लिए आप पुरानी फोटो एलबम का सहारा ले सकती है | आप अपने बच्चों , कारीबियों की तस्वीर देखकर खुद को अच्छा महसूस कर सकती है | यूनाइटेड किंगड़म ओपन यूनिवर्सिटी के शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि लोग अपने पसंदीदा लोगों की तस्वीरों को देखकर सबसे ज्यादा अच्छा महसूस करते है | इसके लिए आप अपने फोन , कंप्यूटर आदि पर कुछ पसंदीदा तस्वीरों को स्क्रीन सेवर के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकती है |


खुशबू का सहारा –



आप सुगंध का भी सहारा ले सकते है यह आपके काम या सकती है |यह बात शोधों द्वारा भी सिद्ध हो चुकी है | सुगंधित माहौल में रहने वाले लोग ऐसे माहौल में नहीं रहने वालों की तुलना में दोगुना ज्यादा सकारात्मक और शांत रहते है | इसमे आप प्रकृति की अलग-अलग खुसबू का इस्तेमाल कर सकती है