मन की शक्ति
मन एक शक्ति 

मन की शक्ति 


    मन मस्तिष्क का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जो मनुष्य को निर्णय शक्ति, बुद्धि, चिंतन शक्ति, व्यवहार, एकाग्रता इत्यादि को सक्षम बनाती है | मन को सही दिशा में प्रयोग करे तो अपने कौशल को प्राप्त कर सकते है , जिस प्रकार आप एक विशेष ध्येय और परिणाम पाना चाहते है उसके सिध्दांत का है और जिस प्रकार आप इनकी शक्तियों का अभ्यास करके सटीक परिणाम पा सकते है |

  मन दो प्रकार के होते है 
  1. चेतन मन 
  2. अवचेतन मन 
जब आपका मन सही तरीके के काम करता है तब आप सत्य को समझते है , जब आपके मन में बैठे हुए विचार निर्णयकारी , सुगम और  शांतिपूर्ण होते है तन आपके अवचेतन की शक्ति चमत्कारिक कार्य शक्ति अनुक्रिया होती है | जब आप अपनी विचार प्रक्रियाओ को नियंत्रित  शुरू करते है तब आप अपनी अवचेतन शक्तियों को किसी भी कठिनाई में उनका उपयोग कर  सकते है | आप शांति , ख़ुशी , सही कार्य ,अच्छा संकल्प और समृद्धि के विचार अपने मन में लाये , शांति और इच्छा के साथ अपने इन गुणों को सोचिये और अपने चेतन विवेकशील मन में पूर्ण रूप से स्वीकार करे अपने सभी विचारो को एक अच्छी दिशा दे | 
मन की शक्ति
मन एक रहस्य 

चेतन और अवचेतन मन में अंतर अंतर 


मस्तिष्क एक है लेकिन मन जो है वह मस्तिष्क के दो कार्यक्षेत्र है | चेतन मन तर्क करता है , यह मस्तिष्क की वह अवस्था है जो चयन करती है | उदाहरण के लिए , आप अपना घर , अपनी पसंद की चीजे , अपना जीवन साथी चुनते है , तब सब निर्णय आप अपने चेतन मन से करते है | दूसरी तरफ बिना किसी प्रयास के आपका दिल स्वतः कार्य करता है | पाचन , प्रवाह , श्वसन प्रक्रिया आपके अवचेतन मस्तिष्क द्वारा चलती रहती है , जिन पर चेतन मन का कोई भी नियंत्रित नहीं रहता | 
अवचेतन मन वही स्वीकार करता है  जो आप अपनी समझ के अनुसार विश्वास करते हैं यह आपके चेतन मन की तरह वजह नहीं ढूंढ़ता | अगर हम कहे की अवचेतन मन भूमि की तरह है जो सही और  बीज को उगाते है | आपका अवचेतन मन (मस्तिष्क) इस बात को सिद्ध करने में नहीं लगा रहता कि आपके विचार अच्छे या बुरे , सच्चे या झूठे हैं , लेकिन यह आपके विचारो के अनुरूप अपनी प्रतिक्रिया देता है | 

चेतन और अवचेतन मन में तर्क 


हम आपको बता दे कि अवचेतन मन विवाद नहीं कर सकता , यदि आप इसे गलत सुझाव देंगे , यह इसे सत्य की भांति स्वीकारेगा और उसे अनुभावो और घटनाओं की तरह आगे बढ़ायेगा | वह सब चीज जो आप के साथ होती है , वे आपके अवचेतन मन में बैठे विश्वास के कारण होती है , यदि आप गलत धारणा मन को देते है तो उस पर विजय पाने का सही तरीका , रचनात्मक विचारो को बार बार दोहराये जिसे आपका अवचेतन मन स्वीकार करे और नये विचारों को अपनाये | यदि आप डर चिंता और अन्य विकारकारी सोच को रखते है तो इसका उपचार केवल यही है कि अपने अवचेतन मन के क्षमता को पहचाने और उससे आजादी , खुशी और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करे | आपके लिए आजादी और खुशियाँ लेन की तैयारी में लग जायेगा


अवचेतन मन वाद विवाद नहीं कर सकता



             अवचेतन मन सबसे बुद्धिमान होता है और सभी प्रश्नों का उत्तर जानता है , यह आपके साथ बहस नहीं करता यह बुलकुल शांत होता है | अवचेतन मन उन विचारो को आग्रहित करता है जो आप सोचते है वह चाहे नकारात्मक विचार क्यों न हो आप जैसा सोचएगे वैसा ही अवचेतन मन  प्रतिक्रिया देती है , नकारात्मक विचार आपके भलाई को रोक देगी इसप्रकार अपने जीवन मे कमी और हताशा ले कर आयेगी | अपनी इच्छाओ को पाने और हताशा को काबू करने के लिए अपने शरीर को कहिये :- " अवचेतन मन जो अनंत ज्ञान से भरा है , जो मेरा मार्गदर्शन , नेतृत्व करता है मेरे इच्छाओ को पाने मे सहायता करता है | मै जानता हु मेरे अवचेतन मन की बुद्धिमता अब प्रतिक्रिया दे रही है और जो मे महसूस और जो भी मै माँगता हु वह सब मिल जाता है | यह संभाव , उदार और संतुलन होता है | "
          अगर आप अवचेतन मन को सही दिशा देना चाहते है तो आप अपने अंदर सकारात्मक विचारों का प्रघटन करे , इसका सहयोग प्राप्त करे यह आप के लिए काम करता है | यह इस समय आप के हृदय की धड़कन को नियंत्रित करता है साथ मे सासों को भी | यह आपकी अंगुली के घाव को भरता है और जीवन को आगे बढ़ने मे मदद करता है | यह आपकी सोच और कल्पना को स्वीकारता है , हमेशा अपने मस्तिष्क को स्थिर , निश्चित करे ऐसा होने पर आप प्रसन्न रहेंगे |



अवचेतन की शक्ति 



                अवचेतन की शक्ति असाधारण है | वह आपका मार्गदर्शन करता है और यह याददाश्त के भंडार मे से आपको नाम , तथ्य और दृश्यों को प्रत्यक्ष करता है | आपका अवचेतन मन आपके आदर्शों , आकांक्षाओ और परोपकारी इच्छाओ का श्रोत है | अवचेतन मन द्वारा कई महान लोग हुए जैसे शेक्सपियर , ग्रीक शिल्पकार फ़िडियास , इटली के चित्रकार रायफेल एवं लुडविग वेन इत्यादि | जब आपका चेतन अथवा लक्ष्य मस्तिष्क विचार को पूर्ण रूप से स्वीकार करता है तो इसे , स्नायु गुच्छ जिसे आपके मस्तिष्क का दिमाक भी कहते है |

  अवचेतन मस्तिष्क के पास अनंत बुद्धिमत्ता और असीमित ज्ञान होता है , इसका पोषण गुप्त झरने करते है जिसे जीवन का नियम कहते है | जो कुछ भी आप अपने अवचेतन मन को करने के लिए कहे , यह इसको कार्यान्वित करने के लिए स्वर्ग और पृथ्वी को हिल कर रख देगा | चेतन और अवचेतन जब यह दोनों सिद्धांत सहमति , सामंजस्य के साथ , शांति से और समकालिक रूप से एक साथ होते है तो आपके पास अच्छा स्वास्थ्य , खुशी , शांति और आनंद होगा | तब दोनों मिल कर सामंजस्यता और शांति से काम करते है , तब वह कोई मनमुटाव नहीं होगा |
मन की शक्ति
NEURON